
कैथल, गौरव गर्ग।डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रीशन डाइटिशियन एवं चाइल्ड केयर, मास्टर्स इन फूड न्यूट्रिशन एंड डाइटिशियन, होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि अदरक में सैलिसिलेट भी होता है, जो एस्पिरिन में पाया जाने वाला एक रसायन है और रक्त को पतला करने का काम करता है । यह रक्तस्राव विकारों से यह पीड़ित लोगों के लिए समस्याएँ पैदा कर सकता है। लेकिन, आपको यह प्रभाव महसूस करने के लिए प्रतिदिन अनुशंसित 4 ग्राम अदरक से कहीं अधिक मात्रा का सेवन करना होगा।अदरक एक प्राकृतिक विकल्प है जिसमें एस्प्रिन के समान औषधीय गुण होते हैं, लेकिन इसकी रासायनिक संरचना अलग होती है और यह पेट के लिए एस्प्रिन की तुलना में अधिक सुरक्षित हो सकता है।अदरक और एस्प्रिन दोनों में सूजन कम करने के गुण होते हैं। अदरक कुछ उसी तरह से सूजन को कम करता है जिस तरह एस्प्रिन (COX-2 एंजाइम को अवरुद्ध करके) करता है। यदि आप एस्प्रिन ले रहे हैं तो अदरक को अवॉइड करें। मुख्य तत्व 1. Gingerol अदरक का सबसे महत्वपूर्ण घटक।यह प्लेटलेट्स (Platelets) को आपस में चिपकने (Clot बनने) से रोकता है।इस कारण खून आसानी से बहता रहता है और थक्का जल्दी नहीं बनता। 2. Shogaol सूजन (Inflammation) घटाने वाला तत्व।यह भी प्लेटलेट्स की सक्रियता (Activity) को कम करता है। 3. Zingerone रक्त संचार (Blood Circulation) को बेहतर बनाता है।हल्का Antiplatelet Effect देता है। अदरक और एस्प्रिन इकट्ठा लेना हानिकारक हो सकता है इसलिए दोनों को इकट्ठा ना ले। परंतु इसका ध्यान रहे अदरक कभी भी एस्प्रिन का बदल नहीं हो सकता।
