20 से 30 वर्ष की आयु के पुरुषों में कम पानी पीने के कारण अगर दिन में 1 लीटर (32 औंस) से कम पेशाब करते हैं, तो पथरी की संभावना बनती है

कैथल,गुरुग्राम, गौरव गर्ग, राजधानी संदेश। डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रीशन डाइटिशियन एवं चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि “आमतौर पर पुरुष ज़्यादा मात्रा में एनिमल प्रोटीन और नमक का सेवन करते हैं. लेकिन यह ख़तरा केवल खानपान से नहीं, बल्कि बायोलॉजी और जेनेटिक्स से भी जुड़ा होता है.” पुरुषों में कम उम्र में मोटापा और डायबिटीज़ जैसी मेटाबॉलिक बीमारियां होने की संभावना अधिक होती है, जिससे उनके पेशाब में कैल्शियम और ऑक्सलेट का स्तर बढ़ जाता है और स्टोन बनने की संभावना भी. हर किसी के लिए सबसे बेहतर बचाव यही है कि आहार संतुलित रखें और पर्याप्त मात्रा में पानी या अन्य तरल पदार्थ पिएं.।जानवरों से मिलने वाले प्रोटीन की अधिक मात्रा लेने से ‘कैल्शियम और यूरिक एसिड दोनों तरह के स्टोन’ बनने का ख़तरा बढ़ सकता है.यह पेशाब में कैल्शियम और यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ा देता है, जबकि सिट्रेट को कम कर देता है. सिट्रेट वह रासायनिक तत्व है जो स्टोन बनने से रोकने में मदद करता है.यह बात सभी तरह के एनिमल प्रोटीन पर लागू होती है, जैसे रेड मीट, चिकन, अंडे और मछली.ज़्यादा नमक वाला आहार, यानी अगर आप रोज़ाना 6 ग्राम से ज़्यादा नमक ले रहे हैं तो यह एक बड़ा जोखिम है.ऐसा इसलिए क्योंकि नमक में सोडियम की मात्रा ज़्यादा होती है, जो किडनी को पेशाब में ज़्यादा कैल्शियम निकालने पर मजबूर करती है., “पेशाब में कैल्शियम की यह अधिक मात्रा कैल्शियम-आधारित स्टोन बनने का ख़तरा कई गुना बढ़ा देती है.”सबसे आम तरह का किडनी स्टोन कैल्शियम ऑक्सलेट का होता है. जिन लोगों को ऐसे स्टोन बनते हैं, उनके लिए ज़रूरी है कि वे ऑक्सलेट (पौधों में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक तत्व) वाले खाने की मात्रा कम करें.”हार्मोन और मूत्र की संरचना: पुरुषों के हार्मोन और मूत्र की संरचना में अंतर भी एक बड़ा कारण है। उदाहरण के लिए, पुरुषों में यूरिक एसिड स्टोन अधिक आम हैं, जो तब बनते हैं जब पेशाब बहुत अम्लीय हो जाता है या मूत्र में यूरिक एसिड की मात्रा बहुत अधिक हो जाती है