
सरकार आखिर किस हक से सर्कल रेट बढ़ा रही है, सुविधाएं हैं जीरो
गुडग़ांव, गौरव गर्ग । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर ने गुडग़ांव में जमीनों के सर्कल रेट बढ़ाने को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने सरकार की नीयत और मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि गड्ढों के बीच गुडग़ांव में यह सर्कल रेट बढ़ाना लोगों से खुली लूट है। हर किसी को हैरान और परेशान कर देने वाला सरकार का यह निर्णय है।
पंकज डावर ने कहा कि बढ़े हुए नए सर्कल रेट लागू होने से गुडग़ांव में जमीन खरीदने वाले लोगों को गहरा झटका लगा है। लोगों ने भी इस बात को माना है कि सरकार गुडग़ांव की जनता से लूट कर रही है। सुविधाएं कुछ नहीं और सर्कल रेट आसमान में पहुंचाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सर्कल रेट लागू होने के बाद रजिस्ट्रियों में आई गिरावट बता रही है कि लोगों की सरकार ने कमर तोड़ दी है। पहले महंगाई से लोग जूझ रहे हैं और अब सर्कल रेट बढ़ाकर आम आदमी की पीठ में छुरा घोंपने का काम सरकार ने किया है। पंकज डावर ने कहा कि जनता की हितकारी बनकर चुनाव में बड़े बड़े वादे करने वाली भाजपा ने सरकार बनाकर बार-बार अपना जनविरोधी चेहरा उजागर किया है। एक बार फिर से भाजपा का चेहरा सर्कल रेट बढ़ाने के रूप में उजागर हुआ है। यह जनता पर प्रहार करने जैसा है।
पंकज डावर ने कहा कि सरकार आखिर किस हद तक जनता पर कुठाराघात करेगी। पूरा गुडग़ांव दुविधाएं, परेशानियां झेल रहा है। कहीं सडक़ धंस रही है, कहीं सडक़ें टूटी पड़ी हैं। कहीं खुले मेनहोल हैं। मेनहोल में गिरकर मौत हो रही है। कहीं बिजली की तारों में लोगों की जान जा रही है। कहीं अंडरपास में भरे पानी में लोगों की मौत हो रही है। शहर की कोई सडक़ ऐसी नहीं, जहां पर गड्ढे ना हों। कालोनियों की गलियां टूटी हैं। पानी की निकासी तक नहीं हो रही। हर बार बरसात में गुडग़ांव डूब रहा है। फिर भी भाजपा सरकार के नेता कह रहे हैं कि मीडिया जलभराव पर दुष्प्रचार कर रहा है। जिस गुडग़ांव की दुर्दशा पूरी दुनिया देख रही है, उस दुर्दशा को लेकर भाजपा के नेता, मंत्री मीडिया के सिर ठीकरा फोड़ रहे हैं। मीडिया वही दिखा रहा है जो गुडग़ांव की जनता झेल रही है। जो साफ नजर आ रहा है। पंकज डावर ने कहा कि भाजपा पूरी तरह से बैकफुट पर है। जनता में आक्रोश है। जनता चुप होकर समस्याएं झेल रही है और समय का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस मीडिया को लेकर भाजपा के नेता, मंत्री कटाक्ष कर रहे है, वही मीडिया रोज उनके भाषणों को भी दिखाता है। क्या वे भी झूठे होते हैं। इस तरह का बयान लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लिए सही नहीं है। भाजपा को ऐसे बयानों पर अंकुश लगाना चाहिए।