
ईमानदारी से ड्यूटी करने वाले डीएसपी से माफी मंगवाकर वीडियो वायरल किया
भाजपा नेताओं की इस कार्यप्रणाली ने खाकी के सम्मान को पहुंचाई ठेस
गुरुग्राम, गौरव गर्ग । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा जिस पुलिस से सुरक्षा चाहती है, उसी पुलिस को अपमानित भी कर रही है। ईमानदारी से ड्यूटी करते हुए भाजपा के एक कार्यकर्ता को सीएम के कार्यक्रम में जाने से रोकने वाले डीएसपी से ना केवल माफी मंगवाई है, बल्कि उसकी वीडियो बनाकर वायरल भी कर दी। पहला अपमान तो माफी मंगवाना था और दूसरा अपमान वीडियो वारयल करके किया गया।
पंकज डावर ने कहा कि यह घटना सिरसा में मुख्यमंत्री की साइक्लोथॉन यात्रा की है। सीएम की सुरक्षा में डीएसपी जितेंद्र राणा मुस्तैदी से तैनात थे। कार्यक्रम में कोई बाधा ना आए, ऐसे में डीएसपी ने कार्यक्रम में अधिक लोगों के प्रवेश को रोका। भाजपा के एक कार्यकर्ता को उन्होंने रोका। डीएसपी उस कार्यकर्ता को जानते नहीं थे। सामान्य तौर पर पुलिस सुरक्षा व्यवस्था बेहतर रखने के लिए अधिक लोगों को वीआईपी के पास जाने से रोकती है। यह पुलिस की ड्यूटी होती है। भाजपा के कार्यकर्ता को डीएसपी जितेंद्र राणा ने रोका तो उसे भारी पड़ गया। बाद में पता चला कि जिस कार्यकर्ता को कार्यक्रम में जाने से रोका गया, वह पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल का पुत्र मनीष सिंगला है। पंकज डावर ने कहा कि भाजपा ने अपनी दादागिरी दिखाते हुए और खाकी को अपमानित करते हुए डीएसपी जितेंद्र राणा से भाजपा कार्यकर्ता के पास बिठाकर उससे माफी मंगवाई है। माफी मांगने के वायरल वीडियो में डीएसपी नीचे गर्दन करके अपनी बात बोलते नजर आ रहे हैं। वे खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। क्योंकि ऐसा शायद ही पहले कभी हुआ हो कि किसी पुलिस अधिकारी से ऐसे किसी कार्यकर्ता से माफी मंगवाई गई हो।
कांग्रेस नेता पंकज डावर ने कहा कि भाजपा का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है। अपनी ड्यूटी ईमानदारी से कर रहे डीएसपी द्वारा भाजपा के कार्यकर्ता को रोकना कोई अपराध नहीं है। कोई ऐसा काम नहीं है, जिसके लिए माफी मांगी जाए। सत्ता के नशे में चूर भाजपा ने डीएसपी रैंक के अधिकारी से एक कार्यकर्ता से माफी मंगवाकर खाकी को अपमानित करने के साथ-साथ खाकी को कमजोर करने का काम किया है। पंकज डावर ने कहा कि ईमानदारी से ड्यूटी करने का ईनाम माफी मांगना है तो क्या भविष्य में कोई पुलिस अधिकारी इतनी मुस्तैदी से ड्यूटी करेगा। सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता के समक्ष खाकी को इस तरह से झुकाना पुलिस को नीचा दिखाने वाली बात है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में ना केवल पुलिस के आला अधिकारियों को कड़ा संज्ञान लेना चाहिए, बल्कि मानवाधिकार आयेाग भी इस विषय पर कार्यवाही करे।