
गुरुग्राम, गौरव गर्ग,19 जून । 14 मई को पुलिस थाना राजेंद्रा पार्क, गुरुग्राम की पुलिस टीम को सैक्टर -10 के सरकारी अस्पताल से देवव्रत और प्रविन्द के घायल होकर हॉस्पिटल में दाखिल होने की सुचना मिली । सूचना पाकर पुलिस थाना राजेंद्रा पार्क, गुरुग्राम की पुलिस टीम गुरुग्राम के सैक्टर 10 के सरकारी अस्पताल पहुंची, जहां पर प्रविन्द और देवव्रत अस्पताल में दाखिल मिले । लेकिन उन्होंने पुलिस टीम को कोई शिकायत/ब्यान नही दिए। इसी दौरान पुलिस टीम को ज्ञात हुआ कि इसी झगड़े में घायल एक अन्य व्यक्ति मनिपाल हॉस्पिटल, पालम विहार, गुरुग्राम में ईलाज के लिए दाखिल हुआ है, पुलिस टीम मनिपाल हॉस्पिटल पहुँची, जहां डॉक्टर ने पीड़ित/घालय को ब्यान देने में असमर्थ बतलाता।
15 जून को झगड़े में घायल हुए व्यक्ति परविन्द्र ने थाना राजेंद्रा पार्क, गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि इसने व इसके दोस्त सुनील ने AIPL कंपनी का मिट्टी डालने का काम ले रखा है।14 जून की रात को समय करीब 1 बजकर 45 मिनट पर जब यह इसके दोस्त सुनील और देवव्रत साईट पर काम कर रहे थे तब मनीष व उसका दोस्त और 4-5 अन्य साथी पिस्टल और लोहे की रोड़ लेकर आए और इनके साथ मारपीट शुरू कर दी। मारपीट के समय जब सुनील बेहोश हो गया तो वो इन्हें छोड़ दिया तथा जाते समय मनीष ने सुनील के हाथ से सोने का कड़ा निकाल लिया, फिर मनीष के साथी ने इसके गले से सोने की चेन और इससे 60 हजार रुपए छीन लिए। प्राप्त शिकायत पर पुलिस थाना राजेंद्रा पार्क, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस थाना राजेंद्रा पार्क, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए 18 जून को वारदात को अंजाम देने में शामिल 3 आरोपियों को काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की पहचान मनीष निवासी गांव धनवापुर, गुरुग्राम,लोकेश निवासी बिरहेरा, गुरुग्राम व प्रवीन निवासी गांव बॉन खुर्द, चरखी-दादरी के रूप में हुई।
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि APIL कंपनी का मिट्टी डालने का काम पहले इन्हें मिला था और कंपनी से समय से भुगतान न करने के कारण उन्होंने काम रोक दिया था और कंपनी ने शिकायतकर्ता/पीड़ितों को मिट्टी डालने का काम दे दिया, जिसकी रंजिश रखते हुए इन्होंने वारदात को अंजाम दिया।
अभियोग में आगामी कार्यवाही के लिए आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश करके 3 दिन का पुलिस हिरासत रिमांड लिया गया है। अभियोग का अनुसंधान जारी है।