
गुरुग्राम, गौरव गर्ग, 25 जुलाई । माँ सरस्वती को दीप प्रज्वलन तथा पुष्प अर्जित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए श्री पृथ्वी राज, डाइट प्रभारी, ने छात्र अध्यापकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विद्यालय प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों के कौशल और ज्ञान में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य शिक्षकों को नवीनतम शिक्षण पद्धतियों, तकनीकों और संसाधनों से लैस करना है ताकि वे अपने छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें। डाइट प्राचार्या आदरणीया कैप्टन इन्दु बोकन कि अध्यक्षता मे हुए दो दिवसीय कार्यशाला के दौरान छात्रअध्यापकों को स्कूल आवंटित किए गए तथा आवटंन पत्र बांटे गए। विंग प्रभारी तखत सिंह ने अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों के कौशल और ज्ञान में सुधार करने में मदद करते हैं। प्रशिक्षित प्रशिक्षु अपने बेहतर शिक्षक बनते हैं। 24 जुलाई से 25 जुलाई 2025 को हुए ओरिएंनटेशन कार्यक्रम की नोडल सविता तहलान ने बताया कि छात्राध्यापक सात हफ्ते का स्कूलों में विद्यालय प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्ण करने के पश्चात् अंत में 2 दिन डाइट में असेसमेंट के लिए आयेंगे।2 दिन की कार्यशाला के दौरान डाइट प्राध्यापकों अनिल कुमार यादव, मुकेश शर्मा, डॉ नीतू सिंह, रामकिशन वत्स, मनोज शर्मा तथा सविता तहलान ने छात्र अध्यापकों को पेडागोजी, एनईपी 2020, पाठ योजना, फाइल प्रिपेरेशन के विभिन्न सेशन्स लेकर विद्यालय प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए तैयार किया। कार्यक्रम की सफलता के लिए डाइट प्रभारी ने समस्त डाइट की टीम की भूरी भूरी प्रशंसा की। कार्यक्रम के दौरान अन्य डाइट सदस्य डॉ ओमबीर यादव, उषा, कनिका, बिन्दु तथा अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण श्रीराम जायसवाल रहे, जिन्होंने छात्र अध्यापकों को पर्यावरण के महत्त्व के बारे में बताया। अंत में सभी वरीष्ठ प्राध्यापकों पृथ्वीराज, महेन्द्र सिंह, अरुण कुमार तथा टीएस चौहान ने छात्र अध्यापकों के शुभाशीष दिया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
