ऐसे मामलों में रोग का निदान न होने और समय पर इलाज नहीं मिलने की स्थिति में मृत्यु दर 50-60 % तक हो सकती है

इस मामले में, मरीज को जब इलाज के लिए फोर्टिस गुरुग्राम लाया गया तो उनकी हालत काफी नाजुक थी और कई अंगों पर बुरा असर पड़ चुका था। उन्हें काफी नींद आ रही थी, सांस लेने में तकलीफ थी, निम्न रक्तचाप और कम पेशाब की शिकायत भी थी, साथ ही उन्हें उल्टियां भी हो रही थीं और तेज बुखार था जिसके साथ दौरे भी पड़ रहे थे। उनके कई अंग प्रभावित हुए थे और एक्यूट लीवर तथा किडनी को नुकसान पहुंचा था, तथा प्लेटलेट काउंट और क्रिएटिनिन की मात्रा काफी गिर चुकी थी। उनके ब्लड, यूरिन, ब्रेन फ्लूड और लंग फ्लूड की जांच की गई जिससे उनके लेप्टोस्पायरोसिस से पीड़ित होने की पुष्टि हुई। इसके बाद उन्हें तत्काल वेंटिलेटर और ट्रेकियोस्टॉमी सपोर्ट पर रखा गया ताकि मरीज ठीक ढंग से सांस ले सकें और उनकी स्थति पर पूरी नज़र रखी जा सके। उन्हें डायलसिस पर भी रखा गया और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए दवाएं भी दी गईं।
इस मामले की जानकारी देते हुए, डॉ नेहा रस्तोगी पांडा, कंसल्टेंट, इंफेक्शियस डिज़ीज़ेस, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम ने कहा, “लेप्टॉस्पायरोसिस एक खास किस्म का बैक्टीरिया होता है जो बुखार के अलावा रैश, जॉन्डिस, किडनी को नुकसान के अलावा निम्न रक्तचाप, मल्टी-ऑर्गेन फेलियर, सांस लेने में भारी तकलीफ और शरीर के विभिन्न भागों से रक्तस्राव जैसे संक्रमणों का कारण बनता है। बैक्टीरिया से फैलने वाले इंफेक्शन के कारण मरीज मल्टी-ऑर्गेन फेलियर का शिकार बन सकता है, लेकिन सही समय पर सटीक निदान, उचित जांच और उपयुक्त उपचार मिलना तथा मल्टीडिसीप्लीनरी एवं क्रिटिकल केयर सपोर्ट काफी महत्वपूर्ण होता है। ऐसे मामलों में मृत्यु-दर भी ऊंची होती है लेकिन कई पहलुओं पर एक साथ काम करने से बेहतर क्लीनिकल परिणाम मिलते हैं और मरीज की जीवनरक्षा हो पाती है।”
यश रावत, फेसिलिटी डायरेक्टर, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम ने कहा, “मरीज की नाजुक हालत और कई किस्म की जटिलताओं के मद्देनज़र यह काफी चुनौतीपूर्ण मामला था। डॉ नेहा रस्तोगी पांडा के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने मरीज का सफल इलाज किया। मैं इस मामले को पूरी जिम्मेदारी के साथ संभालने और मरीज का सफल उपचार करने के लिए डॉक्टरों की टीम का आभारी हूं। उल्लेखनीय है कि फोर्टिस गुरुग्राम में उन्नत टेक्नोलॉजी और एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम तैनात है जो मरीजों की मेडिकल जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है।”